वक़्त भी बड़ा निराला है ..
कभी सफेद कभी कला है
कभी दुनिया को कदमो पे लाया ये
कभी किसी को खूब रुलाया ये
कभी आँधियों मैं खुशियाँ लाता है
तो कभी मुस्कानो मैं छुपे अंशु दिखता है
ये किसी का नही ..कभी मेरा तो कभी तुम्हारा है
कभी सफेद तो कभी काला है..!
वक़्त कभी ऐसे रंग भी दिखता है
परयो को अपने .,,अपनो को पराया बनता है
किसी कि खुशियाँ चुबती है आँखों मैं
तो कभी किसी और के दर्द से सबको रुलाता है
कभी वक़्त ने किसी को गिराया है .. तो किसी को संभाला है
कभी कही यह सफेद ..तो कहीं ये काला है..
वक़्त बड़ा ही निराला है.. !!
कभी सफेद कभी कला है
कभी दुनिया को कदमो पे लाया ये
कभी किसी को खूब रुलाया ये
कभी आँधियों मैं खुशियाँ लाता है
तो कभी मुस्कानो मैं छुपे अंशु दिखता है
ये किसी का नही ..कभी मेरा तो कभी तुम्हारा है
कभी सफेद तो कभी काला है..!
वक़्त कभी ऐसे रंग भी दिखता है
परयो को अपने .,,अपनो को पराया बनता है
किसी कि खुशियाँ चुबती है आँखों मैं
तो कभी किसी और के दर्द से सबको रुलाता है
कभी वक़्त ने किसी को गिराया है .. तो किसी को संभाला है
कभी कही यह सफेद ..तो कहीं ये काला है..
वक़्त बड़ा ही निराला है.. !!
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